परिचय का परिचय (Introduction of Computer)
कंप्यूटर: विस्तृत अध्ययन
परिचय का परिचय (Introduction
of Computer)
कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो डेटा को प्रोसेस करके सूचनाओं
में बदलता है। यह Arithmetic और तार्किक (लॉजिकल) संचालन को तेज़ी
से करने में सक्षम होता है। आधुनिक समय में कंप्यूटर का उपयोग शिक्षा, व्यवसाय,
अनुसंधान,
संचार,
मनोरंजन
और चिकित्सा जैसे कई क्षेत्रों में किया जाता है।
कंप्यूटर की परिभाषा (Definition of Computer)
कंप्यूटर एक ऐसी डिजिटल डिवाइस है जो निर्देशों (प्रोग्राम) के
अनुसार कार्य करता है और डेटा को इनपुट के रूप में लेकर उसे प्रोसेस करके आउटपुट
देता है।
कंप्यूटर का इतिहास (History of Computer)
1. प्रारंभिक कंप्यूटर
कम्प्यूटर का पांच पीढ़ियों के अंतर्गत बांटा गया है वो भी निचे बता
देंगे कुछ बैज्ञानिको का नाम को दर्शा रहा हूँ। कम्प्यूटर का इतिहास बहुत पुराना
है। पहले के यांत्रिक गणना उपकरणों से आधुनिक कंप्यूटरों तक का सफर इस प्रकार है:
- अबेकस
(Abacus, 3000 ई.पू.)
– सबसे पुराना गणना उपकरण।
- पास्कलाइन
(Pascaline, 1642 ई.)
– ब्लेज़ पास्कल द्वारा निर्मित यांत्रिक कैलकुलेटर।
- डिफरेंस
इंजन और एनालिटिकल इंजन (1822-1837 ई.)
– चार्ल्स बैबेज़ द्वारा विकसित, जिसे
आधुनिक कंप्यूटर का आधार माना जाता है।
- हावर्ड
आइकेन का मार्क-1 (1944 ई.) – पहला
इलेक्ट्रो-मैकेनिकल कंप्यूटर।
- ENIAC
(1946 ई.) – पहला
इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर।
2. पीढ़ियों के अनुसार कंप्यूटरों का
विकास
कंप्यूटरों के विकास को पांच पीढ़ियों में बाँटा गया है:
- प्रथम
पीढ़ी (1940-1956) – वैक्यूम ट्यूब पर आधारित, भारी
और बिजली की अधिक खपत।
- द्वितीय
पीढ़ी (1956-1963) – ट्रांजिस्टर का उपयोग, तेज़
और अधिक कुशल।
- तृतीय
पीढ़ी (1964-1971) – एकीकृत परिपथ (IC) का
उपयोग, अधिक तेज़ और छोटे आकार के।
- चतुर्थ
पीढ़ी (1971-वर्तमान) – माइक्रोप्रोसेसर
पर आधारित, उच्च गति और छोटे आकार के।
- पंचम
पीढ़ी (वर्तमान और भविष्य) – कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI),
मशीन लर्निंग और सुपर कंप्यूटरों का विकास।
कंप्यूटर के मुख्य भाग
1. हार्डवेयर (Hardware)
हार्डवेयर वे भौतिक भाग होते हैं जिन्हें हम टच कर सकते हैं। मुख्य
हार्डवेयर घटक हैं:
- इनपुट
डिवाइस – कीबोर्ड, माउस,
स्कैनर, माइक्रोफोन, पेन ड्राइव।
- आउटपुट
डिवाइस – मॉनिटर, प्रिंटर,
स्पीकर।
- सेंट्रल
प्रोसेसिंग यूनिट (CPU) – कंप्यूटर का मस्तिष्क, जिसमें
मुख्यतः तीन भाग होते हैं:
- अंकगणितीय
और तार्किक इकाई (ALU)
- नियंत्रण
इकाई (CU)
- मेमोरी
यूनिट
- मेमोरी
(Memory) –
- प्राथमिक
मेमोरी – RAM और ROM।
- द्वितीयक
मेमोरी – हार्ड डिस्क, SSD, पेन
ड्राइव।
2. सॉफ्टवेयर (Software)
सॉफ्टवेयर वे प्रोग्राम होते हैं जो हार्डवेयर को नियंत्रित करते हैं,जिन्हें
हम टच नहीं कर सकते है। ये दो प्रकार के होते हैं:
- सिस्टम
सॉफ्टवेयर – ऑपरेटिंग सिस्टम (Windows, Linux,
macOS)।
- एप्लिकेशन
सॉफ्टवेयर – MS Office, वेब ब्राउज़र, गेम्स।
कंप्यूटर के प्रकार
- सुपर
कंप्यूटर – सबसे तेज़, वैज्ञानिक
अनुसंधान और रक्षा कार्यों में उपयोगी।
- मेनफ्रेम
कंप्यूटर – बड़े संगठन और बैंकिंग सेक्टर में उपयोग
होता है।
- मिनी
कंप्यूटर – छोटे और मध्यम व्यवसायों में उपयोग।
- माइक्रो
कंप्यूटर (PC) – सामान्य उपयोग के लिए।
कंप्यूटर के उपयोग
- शिक्षा
– ऑनलाइन लर्निंग, स्मार्ट क्लासरूम।
- स्वास्थ्य
– मरीजों का रिकॉर्ड, डायग्नोसिस।
- व्यवसाय
– डाटा स्टोरेज, अकाउंटिंग, डिजिटल
मार्केटिंग।
- मनोरंजन
– गेमिंग, मूवी, म्यूजिक।
- अनुसंधान
और वैज्ञानिक कार्य – स्पेस रिसर्च, आर्टिफिशियल
इंटेलिजेंस।
कंप्यूटर के लाभ और हानियाँ
लाभ:
✔ तेज़ी और
दक्षता।
✔ बड़ी मात्रा में डाटा स्टोरेज।
✔ बहुआयामी उपयोग।
✔ इंटरनेट के माध्यम से जानकारी तक आसान पहुँच।
हानियाँ:
✖ साइबर अपराधों
का खतरा।
✖ गोपनीयता और सुरक्षा समस्याएँ।
✖ स्वास्थ्य पर प्रभाव (आँखों की समस्या, पीठ दर्द) ।
✖ बेरोज़गारी में वृद्धि।
निष्कर्ष
कंप्यूटर आज के युग की अनिवार्य आवश्यकता बन गया है। इसके बिना
आधुनिक जीवन की कल्पना करना मुश्किल है। लेकिन, इसका सही और
संतुलित उपयोग आवश्यक है ताकि इसके लाभों का अधिकतम उपयोग किया जा सके और संभावित
हानियों को कम किया जा सके।